भेड़िया रिटर्न: बहराइच मे भेड़ियों का आतंक; सीएम बोले- पकड़ मे ना आए, तो मार देना गोली!

बहराइच (उत्तर प्रदेश)

अभी बहराइच के लोगो ने पिछले साल के भेड़ियों के आतंक का वो दर्दनाक मंजर भूले ही नही थे, कि इस साल फिर से क्षेत्र में भेडियों का रिटर्न हो गया है जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। भेड़ियों के आतंक से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र महसी और कैसरगंज तहसील के कई गाँव हैं। 20 दिन के भीतर 11 हमले हो चुके है, जिनमें खूंखार भेड़ियें 4 बच्चों को अपना शिकार बना चुके हैं वही कई लोग घायल हैं।

मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग को भेड़ियों के दिखने पर ऑन द स्पाट गोली मारने का आदेश दिया हैं। उन्होने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और साथ ही मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

रात के बदले अब दिन के उजाले मे हमला करते है भेड़िये

भेड़ियों का दहशत इतना बढ़ गया है कि, लोग लाठी-डंडें लेकर रात में पहरा दे रहे हैं। वही भेड़िये रात मे प्रहार करने के बावजूद दिनदहाड़े दिन के उजाले में हमला कर रहें है। उनका हमले के मुख्य शिकार छोटे बच्चे हैं। कही भी छोटे बच्चों को अकेला पाकर वे उनपर हमला कर दे रहे हैं जिसकी वजह से लोग बहुत दहशत मे हैं। ग्रामीणों में डर का माहौल है और वे रातभर पहरेदारी कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित गांवों में सुरक्षा के लिए सड़कों पर रोशनी की व्यवस्था की गई है और लोगो को सतर्क रहने को कहा गया हैं।

वन विभाग ने खूंखार भेड़ियों को पकड़ने के लिए शुरू किया ‘ऑपरेशन वुल्फ’

वन विभाग आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। हमलों के बाद वन विभाग ने भेड़ियों को पकड़ने के लिए ‘ऑपरेशन वुल्फ’ शुरू किया। जिसके तहत 500 सदस्यों की 32 टीमें ‘थर्मल ड्रोन’ औद ‘नाइट-विज़न कैमरों’ की मदद से रात मे भेडियों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे और भेडियों को जल्द से जल्द पकडने का काम करेंगे। वन विभाग ने लोगो को आश्वासन दिया है कि उनकी टीम भेडियों पर सतत निगरानी बनाए हुए है और उम्मीद है कि जल्द ही भेड़ियों को पकड़ लिया जाएगा।

3 माह की बच्ची को माँ की गोद से उठा ले गया भेड़िया

बीते 13 सितंबर को बहराइच मे भेड़िया रात मे सोते वक्त एक तीन माह की बच्ची को उसकी मां की गोद से उठा ले गया, बाद में एक खेत मे उसका विक्षृत शव पाया गया था। वही 10 सितंबर 2025 को कैसरगंज मे एक सात साल की बच्ची को भेड़िया उठा ले गया जिसका बाद मे मृत शरीर पाया गया। 24 सितंबर को एक 4 साल के बच्चे को दिनदहाड़े घर के बाहर से भेड़िया उठा ले गया, जिसमे उसकी मौत हो गई। वही 25 सितंबर को एक और लड़की की भेड़िए के हमले से मौत हो गई।

किन कारणों से करते है भेड़िए हमले

विशेषज्ञों का मानना है कि भेड़िए कई कारणों की वजह से हमला कर रहे हैं जैसे कि मानव आबादी का वन्यजीवों के आवास में अतिक्रमण, उनके प्राकृतिक शिकार मे कमी तथा इंसानों द्वारा उनकी शावकों की मौत, आदि शामिल होते हैं।

पिछलें साल 2024 में भेड़ियों को पकड़ने के लिए चलाया गया था ‘ऑपरेशन भेड़िया’

पिछलें साल मार्च 2024 मे, बहराइच के कई ग्रामीण इलाकों में भेड़ियों के हमलों की घटनाओं से लोग दहशत में थें। इन हमलों में कई मासूम बच्चों और एक महिला की जान चली गई थी, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए थे। वन विभाग ने खूंखार भेड़ियों को पकड़ने के लिए ‘ऑपरेशन भेड़िया’ को चलाया था जिसके तहत झुंड के ज़्यादातर भेड़ियों को पकड़ा गया था।

अब सितंबर 2025 मे, बहराइच के लोग फिर से दोबारा भेड़ियों का आतंक झेल रहे हैं जो उनके ज़हन मे पिछले साल के गुजरे उस भयावह मंजर को एक बार फिर याद दिला रहा है।

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The Forest Times
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