मंडला : कान्हा नेशनल पार्क से टाइगर लवर्स के लिए दुख भरी खबर सामने आ रही है. यहां के मुंडी दादर कान्हा रेंज मे एक और बाघिन की मौत हो गई. गश्ती टीम जब रेंज के अंदर पहुंची तो बाघिन की चट्टान के नीचे दबा पाया. टाइगर रिजर्व में इस तरह से तरह से बाघिन की मौत का मामला काफी विचित्र है और इससे पहले इस तरह की घटना शायद पहली बार घटी है.

चट्टान से दबकर बाघिन की मौत
कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक रविंद्र मणी त्रिपाठी के मुताबिक, ” चट्टानों मे दबकर बाघिन की मौत की घटना थोड़ी विचित्र है. बाघिन की उम्र 8 से 10 वर्ष के करीब है. सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई थी और पशु डॉक्टरों की टीम ने बाघिन के शव का पोस्टमॉर्टम किया.”
7 महीने में कान्हा के 5 टाइगर्स की मौत
बाघिन के पोस्टमॉर्टम के बाद क्षेत्र संचालक रविंद्र मणि त्रिपाठी की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया. कान्हा टाइगर रिजर्व में जनवरी से लेकर अब तक 4 बाघों ने दम तोड़ा और ये पांचवीं मौत थी. 28 जनवरी को मुक्की क्षेत्र में 2 वर्षीय मादा बाघ का शव मिला था, वहीं 19 फरवरी को किसली में 13 वर्षीय बाघिन मृत पाई गई थी. इसके बाद 2 मार्च को सुपखार में 5 वर्षीय नर बाघ, 18 अप्रेल को किसली के जामुन टोला में मादा बाघ और अब मुंडी दादर में एक और बाघिन की मौत हो गई है. वहीं, कान्हा नेशनल पार्क में 7 महीने में 5 बाघों की मौत से पार्क प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़े होने लगे हैं.