🌿 तेन्दूपत्ता संग्रहन कार्य से जुड़े परिवारों के बच्चों के लिए राज्य शासन द्वारा संचालित “एकलव्य शिक्षा विकास योजना” एक बार फिर चर्चा में है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, “यह योजना तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवारों के बच्चों को शिक्षा के माध्यम से आत्मनिर्भर और जागरूक नागरिक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।”
क्या है योजना का उद्देश्य
एकलव्य शिक्षा विकास योजना का मकसद है —तेन्दूपत्ता संग्राहकों, फड़ मुंशियों और प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के बच्चों को आर्थिक सहायता देकर उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाना। राज्य सरकार का मानना है कि “जंगल और जनजाति के बच्चों के लिए शिक्षा ही सबसे बड़ा सशक्तिकरण है।”
📋 कौन कर सकता है आवेदन
आवेदक के माता-पिता तेन्दूपत्ता संग्रहन कार्य, फड़ मुंशी या वनोपज सहकारी समिति से जुड़े हों।- विद्यार्थी ने पिछली कक्षा में 60% या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हों- परिवार का तेन्दूपत्ता संग्रहन कार्य से जुड़ाव कम से कम 3 वर्ष का होना चाहिए।
🎓 कितनी मिलेगी छात्रवृत्ति
राज्य शासन के अनुसार योजना के तहत विद्यार्थियों को इस प्रकार सहायता दी जाएगी:
कक्षा / स्तर सहायता राशिकक्षा
9वीं–10वी ₹15,000/-
कक्षा 11वीं–12वीं ₹18,000/-
स्नातक (गैर-तकनीकी) ₹25,000/-
व्यावसायिक / तकनीकी पाठ्यक्रम ₹60,000/- तक
इसके अतिरिक्त, विद्यार्थियों को शिक्षण शुल्क, पुस्तकें, छात्रावास शुल्क, भोजन व्यय और यात्रा व्यय की प्रतिपूर्ति भी प्रदान की जाएगी।
📂 आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़
1. विद्यार्थी का पासपोर्ट साइज फोटो
2. आधार कार्ड
3. बैंक पासबुक की छायाप्रति
4. पिछली कक्षा की अंकसूची
5. तेन्दूपत्ता संग्राहक / फड़ मुंशी प्रमाणपत्र
6. आय, जाति और निवास प्रमाणपत्र
7. आवेदन पत्र (निर्धारित प्रारूप में)
🗓️ कहां जमा करें आवेदन
आवेदक अपने आवेदन पत्र को सभी दस्तावेज़ों के साथ नज़दीकी वन परिक्षेत्र (Range Office) या वन मंडल कार्यालय में जमा कर सकते हैं। वहीं से योजना से जुड़ी विस्तृत जानकारी और आवेदन प्रारूप भी प्राप्त किया जा सकता है।
अंतिम तिथि: संबंधित जिला वनोपज सहकारी संघ / वन विभाग द्वारा अधिसूचित की जाएगी।
अधिकारियों की अपील
वन विभाग ने सभी पात्र विद्यार्थियों से समय पर आवेदन करने की अपील की है।
विभागीय अधिकारी ने कहा -“हमारा लक्ष्य है कि कोई भी तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवार का बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। यह योजना उनके उज्जवल भविष्य की ओर एक कदम है।”
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:
अपने नज़दीक के जिला वनोपज सहकारी यूनियन / वन विभाग कार्यालय, मध्य प्रदेश।
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- Head Journalist balancing management of the news desk with hands-on reporting for theforesttimes.com.
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