छापे में ज़ब्त किए गए संरक्षित वन्यजीव, आरोपी की तलाश जारी

उखरुल (मणिपुर)

मणिपुर के उखरुल जिले में उखरुल वन प्रभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को अंजाम देते हुए हेड क्वार्टर ग्राउंड में छापा मारा गया। इस ऑपरेशन में कई संरक्षित वन्यजीव प्रजातियों को सफलतापूर्वक ज़ब्त किया गया, जिनमें वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची I और II के तहत सूचीबद्ध प्रजातियाँ भी शामिल हैं। ज़ब्त किए गए जानवरों में ऑस्टेन का ब्राउन हॉर्नबिल और कलिज तीतर शामिल हैं।

लॉटरी पुरस्कार के रूप में वितरित किए जा रहे थे ये वन्यजीव

रिपोर्ट के अनुसार इन ज़ब्त किए गए वन्यजीवों को बिक्री के लिए पेश किया जा रहा था। इन्हें लॉटरी पुरस्कार के रूप में वितरित किया जा रहा था, यह एक ऐसा तरीका है जिसका उपयोग सीधे लेनदेन और जांच से बचने के लिए किया जाता है। छापे की सफलता के बावजूद भी आरोपी भागने में सफल रहे, जिनकी तलाश जारी है।

वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है मामला

उखरुल वन प्रभाग द्वारा इस मामले में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। यह कानून अनुसूचित वन्यजीव प्रजातियों के शिकार, बिक्री और व्यापार पर सख्ती से रोक लगाता है, जिसमें कारावास और जुर्माने सहित कड़ी सज़ा का प्रावधान है। वन अधिकारीयो ने चेतावनी दी कि ऐसे अवैध वन्यजीव गतिविधियों में शामिल न हो। इससे न केवल पारिस्थितिक संतुलन को खतरे होता है, साथ ही पकड़े जाने पर कानून कार्यवाही के भी प्रावधान है।

ऐसी घटनाओं को रोकने में करें मदद

वन विभाग ने नागरिकों से ऐसी संदिग्ध गतिविधियों में अपना सहयोग देने और वन्यजीव अपराधों को रोकने में मदद करने की अपील की है। यह कार्यवाही खतरनाक व्यापार प्रथाओं के बीच वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में चल रही चुनौतियों को रेखांकित करती है।

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MB Luwang
MB Luwang
A dedicated forest journalist passionate about uncovering the hidden stories of nature, wildlife, and conservation. Through vivid storytelling and on-ground reporting, they bring attention to the delicate balance between human activity and the natural world, inspiring awareness and action for a sustainable future.

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