नई दिल्ली
11 सितंबर 2025 को दिल्ली में’ इको वॉरियर अवॉर्ड्स’ का आयोजन किया, जिसमे भारत के कई पर्यावरण संरक्षकों और हरित नायकों को सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार समारोह इंडियन मास्टरमाइंड्स और भारतीय वन सेवा (IFS) एसोसिएशन द्वारा आयोजित किया जाता है। 2025 का अवार्ड आयोजन इसका तीसरा संस्करण रहा। इसमे विभिन्न श्रेणियों मे कई अवार्ड दिए गए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथी एनएचआरसी के अध्यक्ष भारत लाल जी रहे, वही केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से विजेताओं को बधाई दी गई।
किन्हें दिया जाता है ‘इको वॉरियर अवार्ड’
इको वॉरियर अवार्ड हमारे उन IFS(भारतीय वन सेवा) अधिकारियों को दिया जाता है, जो हमारे वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन की भलाई के लिए समर्पित रहते है। वे वनों तथा वन्यजीवों की रक्षा करते हैं और देश की हरियाली भरी विरासत को बचाए रखने मे अपनी अहम भूमिका निभाते है। इस अवार्ड को पाना उन अधिकारियों के लिए गौरव के क्षण होते है।
मध्यप्रदेश के लिए गौरव के क्षण
‘प्रोजेक्ट चीता’ को इनोवेटिव इनीशिएटिव श्रेणी मे इको वॉरियर अवार्ड से सम्मानित किया गया जोकि मध्यप्रदेश के लिए गर्व की बात है। कुनो नेशनल पार्क के उत्तम कुमार शर्मा द्वारा इस पुरस्कार को स्वीकार किया गया।
भारत में विलुप्त हो चुकी चीता प्रजाति के पुनर्वास के लिए मध्यप्रदेश मे प्रोजेक्ट चीता चलाया गया है, जिसका उद्देश्य चीतो के कुनबे को बढ़ाना और उनका संरक्षण करना है। इसी प्रोजेक्ट के तहत आज अफ्रीका और नामिबिया से लाये गये चीते प्रदेश के विभिन्न अभयारण्यों में रफ़्तार भर रहे हैं।

मुख्य विजेताओं की सूची
- आजीवन उपलब्धि पुरस्कार: डॉ. एच.एस. सिंह (पूर्व प्रधान मुख्य वन संरक्षक, गुजरात)।
- वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार: सोनाली घोष (आईएफएस अधिकारी और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की फील्ड डायरेक्टर)।
- वन्यजीव सुरक्षा पुरस्कार: परवीन कासवान (आईएफएस अधिकारी और जलदापाड़ा के डीएफओ)।
- वन सुरक्षा पुरस्कार: इरफान रसूल वानी (आईएफएस अधिकारी और कश्मीर के मुख्य वन संरक्षक)।
- सामुदायिक जुड़ाव पुरस्कार: के.एम. अभर्णा (आईएफएस अधिकारी, सीएएसएफओएस)।
- प्रौद्योगिकी के सर्वश्रेष्ठ उपयोग का पुरस्कार: डॉ. एस.के. श्रीवास्तव (आईएफएस अधिकारी, गुजरात)।
- पुरस्कृत अभिनव पहल
- प्रोजेक्ट चीता: कुनो नेशनल पार्क के उत्तम कुमार शर्मा ने यह पुरस्कार स्वीकार किया।
- एक पेड़ माँ के नाम: उत्तर प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी ने यह पुरस्कार स्वीकार किया।
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