हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में वन माफिया ने खैर के दर्जनों पेड़ों को अवैध रूप से काट डाला है. ग्रामीणों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है. वन विभाग ने जांच शुरू कर दी है.
ऊना. हिमाचल प्रदेश के जंगलों पर वन माफिया हावी है. लगातार अवैध कटान हो रहा है और वन विभाग सो रहा है. बिलासपुर के बाद अब ऊना में खेर के पेड़ों पर वन काटुओं की कुल्हाड़ी चली है. लेकिन वन विभाग के अफसर गहरी नींद में हैं. मामला ऊना जिले की प्रसिद्ध धार्मिक स्थल पीरनिगाह के साथ लगते गांव नाले के जंगलों का है.
यहां पर वन माफिया ने एक बार फिर अपना आतंक दिखाया है. बीती रात जंगल और आसपास की निजी जमीनों पर खड़े दर्जनों खैर के हरे-भरे पेड़ों को बेरहमी से काट डाला गया. घटना से इलाके के लोगों में भारी रोष है और उन्होंने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
ग्रामीणों के अनुसार, यह अवैध कटान केवल सरकारी जमीन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि कई निजी भूमि पर भी पेड़ काटे गए हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि वन माफिया को स्थानीय तंत्र की मिलीभगत का समर्थन प्राप्त है, जिससे ऐसे अपराध बेरोकटोक हो रहे हैं.